क्या विभिन्न प्रकार की म्यूचुअल फंड योजनाएं भिन्न-भिन्न प्रतिफल देती हैं?
“किसी व्यक्ति को म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों करना चाहिए? हम अनेक म्यूचुअल फंड के खराब प्रदर्शनों के बारे में सुनते रहते हैं। और म्यूचुअल फंड कोई गारंटी नहीं देते हैं। इन कमियों के होते हुए किसी को म्यूचुअल फंड में निवेश ही क्यों करना चाहिए? क्या उनसे कोई लाभ होता भी है?”
इस सवाल के कई रूप हैं, जिनको मौजूदा और संभावित म्यूचुअल फंड निवेशक पूछते रहते हैं।
जबकि कई मामलों में सवाल समान हो सकता है, इस सवाल की उत्पत्ति के कारण हर व्यक्ति के मामले में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।
एक मामले में निवेशक ने सोचा कि उसने जिस योजना में निवेश किया था उसने उसकी अपेक्षा के अनुसार प्रतिफल नहीं दिया। लेकिन, जब जांच की गयी तो यह देखा गया कि निवेशक दो भिन्न योजनाओं की तुलना कर रहा था। आप आम और इमली की तुलना नहीं कर सकते हैं - यह सही नज़रिया नहीं है।
एक दूसरे मामले में, निवेशक ने एक योजना में निवेश किया जहां पर पूरा बाज़ार उथल-पुथल से गुजर रहा था। जब कोई किसी ट्रैफिक जाम में फंस जाता है तो ड्राइवर या कार कितने भी बेहतरीन हो, तेज चलने का कोई मार्ग नहीं होता है। जब पूरा बाज़ार ही ठीक ना हो तो ऐसा ही होता है। ऐसे मामले में, जैसा कि ट्रैफिक जाम के मामले में हुआ, व्यक्ति को चीजों के स्पष्ट होने तक इंतजार करना पड़ता है।
अधिकांश मामलों में म्यूचुअल फंड को अच्छा लाभ देने वाला नहीं समझा जाता है जबकि उनको देखने का नज़रिया गलत हो सकता है।