1 अप्रैल 2021 से, सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) ने डिविडेंड विकल्प का नाम बदलकर IDCW विकल्प कर दिया है। IDCW का मतलब है आय वितरण एवं पूंजी निकासी। इस विकल्प में आपके पूंजी और योजना के तहत अर्जित आय का एक हिस्सा आपको डिविडेंड के रूप में वापस दिया जाता है, यानी आपके निवेश का एक हिस्सा आपको लौटाया जाता है।
आय वितरण एवं पूंजी निकासी (IDCW) कैसे काम करता है:
आय वितरण: जब म्यूचुअल फंड के पास वितरित करने योग्य सर्प्लस होता है, तो वह इसे पुनर्निवेश कर सकता है या इसे निवेशकों को वितरित कर सकता है।
IDCW: जब भी वितरित करने योग्य सर्प्लस वितरित किया जाता है, तो इसमें आय वितरण और पूंजी वितरण दोनों शामिल होते हैं और यह फंड में निवेशकों द्वारा रखे गए यूनिट्स के आधार पर होता है।
कराधान (Taxation): IDCW भुगतान अक्सर नियमित आय से कम दर पर होते हैं, जिससे यह नियमित आय प्राप्त करने का एक टैक्स-एफिशियंट तरीका बन जाता है।