ETF एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को कहते हैं जो नियमित म्यूच्यूअल फंड के विपरीत स्टॉक एक्सचेंज में साधारण स्टॉक जैसा कारोबार करते हैं|
ETF की इकाइयां मान्यताप्राप्त स्टॉक एक्सचेंज के पंजीकृत ब्रोकर के ज़रिये खरीदी और बेची जाती हैं| ETF की इकाइयां स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं बाज़ारों की गति और रुझान के चलते NAV में बदलाव दिखता है| चूंकि ETF की इकाइयां सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं, किसी सामान्य खुले सिरे वाली इक्विटी फंड की तरह खरीदी बेची नहीं जा सकती| एक निवेशक जितना चाहे इकाइयां खरीद ले और उसपर एक्सचेंज की तरफ से कोई पाबंदी नहीं होती है|
सरल शब्दों में, ETF वो फंड है जो CNXNifty या BSE Sensex आदि के सूचकांक (इंडेक्स) पर नज़र रखते हैं| जब आप शेयर/ETF की इकाई खरीदते हैं, आप उस पोर्टफोलियो के शेयर/इकाई खरीद रहे हैं जो अपने मूल सूचकांक की प्राप्ति और लाभ पर नज़र रखे हुए है| ETFs और दूसरे किस्म की सूचकांक फंड में मुख्यतःजो फर्क है वो यह कि ETFs अपने सदृश सूचकांक को मात देने की कोशिश नहीं करते, उसके प्रदर्शन को दोहराते मात्र हैं| वो बाज़ार को पराजित करने की कोशिश नहीं करते, वो बाज़ार बनने की कोशिश करते हैं|
ETFs आम तौर पर म्यूच्यूअल फंड्स के बनिस्बत उच्च दैनिक तरलता और कम शुल्क लिए होते हैं, जो वैयक्तिक निवेशक के लिए आकर्षक विकल्प प्रस्तुत करते हैं|