बचपन से ही हम सब कछुए और खरगोश की कहानी सुनते आये हैं – धीमी, सधी और स्थिर चाल ही जीत दिलाती है| यह नैतिक उक्ति जीवन के हर क्षेत्र में प्रासंगिक और सही साबित हुई है, निवेश क्षेत्र में भी| इसलिए SIP निवेशकों में लोकप्रिय हो पाए हैं जिसके अंतर्गत नियमित बचत और निवेश होता रहता है जो लम्बी अवधि में संपत्ति सृजन में सहायक होते हैं|
संपत्ति सृजन हेतु आप कितना निवेश करना चाहते हैं, इस बात पर आपका SIP निवेश किस प्रकार का होगा, साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक होगा, ये निर्भर है| कुछ फंड्स गृहों ने दैनिक SIP भी आरम्भ लिया है| क्या दैनिक SIP में मासिक SIP की तुलना में अधिक संपत्ति सृजन की संभावना है? चूंकि SIP का उद्देश्य ही लम्बी अवधि के लक्ष्यों की योजना है, अगले १० - १५ वर्ष की अवधि में बने संपत्ति निर्माण में इनका कोई ख़ास फर्क दिखाई नहीं देता, SIP दैनिक हो या मासिक, छोटी अवधि में इनके परिणामों में असर शायद दिखाई दे जाए| दैनिक SIP से आपके लेन - देन कार्यवाही एक दिन के बजाय बीस दिन हो जायेगी जिसका प्रबंधन कभी कभी मुश्किल हो जाता है| अगर आप अब भी “मैं अपना निवेश कैसे करूं”? के अनिश्चय से गुज़र रहे हैं, मासिक SIP आपके लिए अच्छी शुरुआत रहेगी|