एक निवेशक को सेवा मुहैय्या कराने में इतने तत्वों का समावेश होता है जिससे कि निवेशक अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सके|
इन सब तत्वों को उनकी सेवायों के लिए पारिश्रमिक का भुगतान करना पड़ता है| इस हेतु, योजना कोष के आधार पर, हर म्यूच्यूअल फंड स्कीम पर एक व्यय मूल्य प्रतिशत निर्धारित होता है|
SEBI विनियम मूल्यों की हदें लागू करते हैं जिनका उल्लंघन नहीं किया जा सकता, चाहे मूल्य निर्धारित मूल्य से ज़्यादा ही क्यों न हुआ हो| SEBI विनियमों के मुताबिक, ज्यों ज्यों फंड का आकार बढ़ता है, एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) पर लगाया गया अधिकतम प्रतिशत मूल्य नीचे गिरता है|
प्रस्ताव आलेख आपको हर स्कीम के अधिकतम स्वीकार्य व्यय अनुपात की ओर इंगित करता है, जिसमें आप निवेश करने पर विचार कर रहे हैं| मासिक तथ्य पत्रक और अर्धवार्षिक अनिवार्य खुलासे आपको हर स्कीम पर लगाए गए वास्तविक व्यय की जानकारी देते हैं|