किसी स्कीम को चुनने में निवेश सलाहकार या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर की क्या भूमिका होती है?

किसी स्कीम को चुनने में निवेश सलाहकार या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर की क्या भूमिका होती है?

सामान्यतः, जब लोग स्वतः स्कीम का चयन करते हैं, उस स्कीम के प्रदर्शन को मद्देनज़र रख करते हैं| इस बात पर तवज्जो नहीं होती कि पिछले प्रदर्शन उसी तरह जारी नहीं भी रह सकते हैं| निहित गुन्वत्ताओं द्वारा जैसे स्कीम का उद्देश्य, निवेशजगत, फंड द्वारा लिए गए जोखिम आदि, स्कीम विशेष की कार्यप्रणाली को जांचने में सहायक होते हैं| इन सबके लिए निवेशक को वक़्त और कोशिश दोनों लगाने पड़ते हैं| अलावा इसके, एक निवेशक के पास प्रयोजनीय दक्षता भी होनी चाहिए जो उसे स्कीम की विशेषताओं और बारीकियों को समझने में मददगार साबित हों, उसमे ये क्षमता भी हो जिससे वो विभिन्न विकल्पों का तुलनात्मक विश्लेषण भी कर पाए| निवेश सलाहकार और म्यूच्यूअल फंड वितरक इस कार्य को अंजाम देने के काबिल हैं और प्रशिक्षित भी|

दूसरे, सबसे बेहतर स्कीम में निवेश से भी ज़्यादा ज़रूरी है उस स्कीम में निवेश हो जो निवेशक के मौजूदा हालात में ज़्यादा उपयुक्त सिद्ध हों| यद्यपि निवेशक की अवस्था उससे बेहतर और कोई नहीं जानता, एक अच्छा सलाहकार या वितरक सही प्रश्नों की मदद से हालत को सही परिपेक्ष्य में प्रस्तुत करता है|

एक बार पोर्टफोलियो बन जाने पर, पोर्टफोलियो और स्कीम की विशेषताओं पर नियमित निगरानी ज़रूरी है, जो एक अविरत कार्य है| एक सलाहकार/वितरक इन स्कीमों की समीक्षा में भी सहायक होता है|

292

म्यूचुअल फंड सही है?