नियमित आय की दृष्टि से कुछ लोग म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करते हैं और लाभांश प्राप्ति के विकल्प पर भी नज़र होती है| चुनांचे, बहुधा ऐसी योजनायें, खासकर डेब्ट से ताल्लुक रखने वाली, आपको मासिक या त्रैमासिक लाभांश का विकल्प देती है| ये जान लेना ज़रूरी है कि ये लाभांश योजनाओं से मिली वृद्धि से ही वितरित किए जाते हैं जिनकी हर महीने कोई गारंटी नहीं है, यद्यपि समरूप लाभांश की, फंड गृह की हमेशा कोशिश रहती है, वितरण लायक अतिरिक्त राशि कितनी होगी, ये बाज़ारों के गति और फंड के प्रदर्शन पर निर्भर है|
मासिक आय का एक और जरिया है: सिस्टेमेटिक विथड्रावल प्लान (SWP) का इस्तेमाल| यहाँ आपको स्कीम के विकास योजना में निवेश करना होता है जिसमें हर महीने मासिक भुगतान की एक निर्दिष्ट राशि निर्धारित करनी होती है| एक तयशुदा दिन, उस निर्धारित राशि के समतुल्य यूनिट्स/इकाइयां निकाल दी जाती हैं| उदाहरण स्वरुप, एक निवेशक १० लाख निवेशित कर हर महीने की पहली तारीख को १० हज़ार रूपए के भुगतान की गुजारिश कर सकता है| तब, १०,००० मूल्य की इकाइयां महीने की पहली तारीख को निकाल दी जायेंगी|
यह जानना आवश्यक है कि दोनों ही मामलों, SWP और लाभांश में, कर की व्यवस्था अलग है और निवेशक को ये मद्देनज़र रख अपनी योजना बनानी चाहिए|
सिस्टेमैटिक विड्रॉल प्लान (एसडब्ल्यूपी/SWP) क्या होता है?
296