“मेरा बेटा 9वीं कक्षा में है। मुझे पक्का नहीं है कि उसकी रुचि क्या है या वह किस तरह की शिक्षा अपनाएगा। वह विज्ञान, वाणिज्य या कला में से क्या चुनेगा? क्या कोई मेरी सहायता कर सकता है?” बहुत से माता-पिता को यह चिंता होती है और यहीं पर व्यक्ति किसी ऐसे शिक्षक या कैरियर सलाहकार तक पहुंचता है जिसने युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रखा है।
वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए योजना और उसपर सहायता की खोज करने वाला निवेशक भी उपरोक्त मामले वाले माता-पिता जैसी स्थिति में होगा। निवेशक के पास आजकल जितनी जानकारी होती है कि वह बहुत सारी है। गलत रूप से प्रभावित होना या गलती करने की बहुत अधिक संभावना होती है।
इसी समय एक निवेश सलाहकार या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर की सलाह लेना बेहतर होता है।
वे किसी निवेशक की वित्तीय स्थिति का आंकलन करते हुए उसके वित्तीय लक्ष्यों पर निगाह रखते हैं। इसके आधार पर वे निवेश के लिए विभिन्न योजनाओं की अनुशंसा करते/करती हैं। अब यह स्पष्ट है कि ऐसे व्यक्ति को, विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं के बारे में, बहुत कुछ समझने और निवेशक की परिस्थिति के साथ-साथ, विभिन्न अनुशंसित योजनाओं पर नियमित निगाह रखने की जरूरत होगी। ऐसा दृष्टिकोण निवेशक को म्यूचुअल फंड में निवेश के माध्यम से, वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में सहायक होते हैं।