जब बाज़ार अस्थिर होते हैं तो कई निवेशक अपने निवेश के फैसले पर संदेह करने लगते हैं और अपनी SIPs बंद करने या अपने निवेश की रकम निकालने के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं। जब आप अस्थिर बाज़ार में अपने निवेश को लाल निशान में देखते हैं तब चिंतित होना स्वाभाविक है। लेकिन ख़ास तौर पर बाज़ार में अस्थिरता के दौरान अपनी SIPs को जारी रखना समझदारी होगी क्योंकि मासिक निवेश की समान राशि के साथ आप ज़्यादा यूनिट्स खरीद सकेंगे। हम सभी को मोलभाव करके खरीदारी करना पसंद है चाहे वह कोई ऑनलाइन सेल हो या कोई सब्ज़ी की दुकान पर हो। है ना? तो जब कीमतें घट रही हों तब हमारे म्यूचुअल फंड निवेश में ऐसा क्यों नहीं?
बाज़ार हमारी मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली ऐप्स से भी ज़्यादा अनिश्चित होता है। बाज़ार में गिरावट आने पर, आप कभी भी सही समय पर खुद सही तरीके से एकमुश्त रकम निवेश नहीं कर सकते। अगर आपके निवेश करने के बाद बाज़ार में और गिरावट आती है तो क्या होगा? इसी तरह, बाज़ार में तेज़ी आने पर, आप कभी भी सही समय पर खुद सही तरीक से बेच नहीं सकते क्योंकि आपके द्वारा बेचने के बाद बाज़ार में और ज़्यादा तेज़ी आ सकती है। अगर आप बाज़ार में पकड़ बनाने की कोशिश करेंगे, तो आपको घोर निराशा होगी, और गलत कदम उठाने की वजह से आपके रिटर्न्स प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखकर, बाज़ार के उतार-चढ़ाव में SIP के माध्यम से नियमित रूप से निवेश करना बेहतर है। आपको बाज़ार की अस्थिरता के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि समय के साथ आपके निवेश की औसत लागत सही होगी।